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Showing posts from April, 2010

जंग - कुछ नई पुरानी बातें

धरती पर हर वक्त कहीं कोई जंग छिड़ी हुई है। कम समय में इस पर अध्ययन कैसे किया जाए ? एक बेहतरीन नमूना यू एस ए के माउंट होलीयोक कालेज में दो प्रोफेसरों , सुहेल हाशमी और विंसेंट फेरारो ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पेश किया है। राजनीति शास्त्र , दर्शन , साहित्य आदि अलग अलग विषयों में पारंगत अध्यापकों ने छात्राओं को सहयोगी बनाकर यह कोर्स तैयार किया। मैं सोच रहा हूँ कि ऐसा ही कोई कोर्स हम अपने विद्यार्थियों को पढ़ाएँ। जंग की मानसिकता हमारे चारों ओर है। कभी वह पाकिस्तान के लिए भड़कती है , कभी अपने ही लोगों के खिलाफ आपरेशन ग्रीनहंट बनती है या सांप्रदायिक दंगों में दिखती है। जंग के विरोध में और हजारों दोस्तों की तरह हम भी अक्सर कुछ न कुछ करते ही रहे हैं। जंग विषय पर तीन कहानियों का मैंने हिंदी में अनुवाद किया है। पहले विश्व युद्ध पर पिरांदेलो की ' वार ' ( मूल इतालवी , अनुवाद अंग्रेज़ी से ) और आतंकवाद पर मित्त सैन मीत की ' लाम ' ( पंजाबी ) के अनुवाद जनसत्ता में प्रकाशित हुए , नाभिकीय युद्ध पर रे ब्रैडबरी की ' ऐंड देयर विल कम सॉफ्ट रेन्स ' का अनुवाद साक्षात्कार ...

हमें खुद से लड़ना है

हाल में लिखी मेरी एक कविता, जो एक ज़िद्दी धुन ब्लाग पर पोस्ट हुई है, पर कुछ टिप्पणियाँ इस तरह से आई हैं कि इसमें एक बड़े कवि को निशाने पर लेने की कोशिश है। यह सच है कि कविता लिखते हुए जनसत्ता में हाल में प्रकाशित विष्णु खरे के हुसैन पर लिखे आलेख से मैं परेशान था, पर मेरा मकसद विष्णु जी पर छींटाकशी करने से नहीं था। मैं समझता हूँ हमलोगों में सांप्रदायिक सोच व्यापक पैमाने में मौजूद है। विष्णु जी के लेख से परशानी होती है क्योंकि वे हमारे आदर्श कवियों में से हैं। पर यह सोचना कि बाकी हम लोग संकीर्ण पूर्वाग्रहों से मुक्त हैं, बचकानी बात है। हमें खुद से लड़ना है - दूसरों को दिखलाते रहने से काम नहीं चलेगा। बहरहाल मैंने निम्न टिप्पणी उसी ब्लाग पर पोस्ट की है। 'मैंने तो सिर्फ अपनी मनस्थिति का बयान किया है। सवाल यह नहीं कि कौन अपराधी है, सवाल यह है कि बहुसंख्यक लोगों की संस्कृति(यों) और परंपराओं के वर्चस्व में जीते हुए हममें से कोई भी मुख्यधारा से अलग मुद्दों पर किस हद तक खुला दिमाग रख सकता है। कहने को हम किसी एक कवि या लेखक को निशाना बना सकते हैं, पर मेरा मकसद यह नहीं है, मैं एक तरह से खुद क...