धरती पर हर वक्त कहीं कोई जंग छिड़ी हुई है। कम समय में इस पर अध्ययन कैसे किया जाए ? एक बेहतरीन नमूना यू एस ए के माउंट होलीयोक कालेज में दो प्रोफेसरों , सुहेल हाशमी और विंसेंट फेरारो ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पेश किया है। राजनीति शास्त्र , दर्शन , साहित्य आदि अलग अलग विषयों में पारंगत अध्यापकों ने छात्राओं को सहयोगी बनाकर यह कोर्स तैयार किया। मैं सोच रहा हूँ कि ऐसा ही कोई कोर्स हम अपने विद्यार्थियों को पढ़ाएँ। जंग की मानसिकता हमारे चारों ओर है। कभी वह पाकिस्तान के लिए भड़कती है , कभी अपने ही लोगों के खिलाफ आपरेशन ग्रीनहंट बनती है या सांप्रदायिक दंगों में दिखती है। जंग के विरोध में और हजारों दोस्तों की तरह हम भी अक्सर कुछ न कुछ करते ही रहे हैं। जंग विषय पर तीन कहानियों का मैंने हिंदी में अनुवाद किया है। पहले विश्व युद्ध पर पिरांदेलो की ' वार ' ( मूल इतालवी , अनुवाद अंग्रेज़ी से ) और आतंकवाद पर मित्त सैन मीत की ' लाम ' ( पंजाबी ) के अनुवाद जनसत्ता में प्रकाशित हुए , नाभिकीय युद्ध पर रे ब्रैडबरी की ' ऐंड देयर विल कम सॉफ्ट रेन्स ' का अनुवाद साक्षात्कार ...