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Showing posts from February, 2010

प्रशांत भूषण का व्याख्यानः छत्तीसगढ़ एक 'ब्लैक होल'

कल प्रशांत भूषण का व्याख्यान था। छात्रों की पहल पर प्रशांत आया था। आदिवासी इलाकों में खदान कंपनियों द्वारा भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई और उनके हित में सरकार ने जनता के खिलाफ जो जंग छेड़ी हुई है उसके बारे में विस्तार से प्रशांत ने बतलाया। कुछ बातें जो तुरंत याद आ रही हैं उन्हें नीचे लिख रहा हूँ। १। निजीकरण की वजह से देश की खनिज संपत्ति सस्ती कीमतों में विदेश जा रही है। इसमें जो मुनाफा हो रहा है उसका १% सरकार को रायल्टी मिलती है। कोई दस बारह हजार लोगों को रोजगार मिलता है। सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि होती है पर इसकी कीमत के बतौर खनिज संपदा का जाना ही नहीं, जंगलों का कटना, लाखों की तादाद में लोगों का विस्थापन, वन्य पशुओं का विनाश आदि साथ होते हैं। २। अगर सरकार सचमुच माओवादियों के बारे में चिंतित है तो पहला सवाल यह होना चाहिए कि माओवादियों की संख्या में हाल के सालों में वृद्धि कैसे हुई है। नई भर्त्ती उन लोगों की है जो सरकार की मार से और विस्थापन की पीड़ा से तंग आकर बंदूकें उठाने को मजबूर हुए हैं। इसलिए पहली चिंता उन निजीकरण की नीतियों पर प्रश्न उठाने की होनी चाहिए जिनको लागू करने की वजह से य...

लोग ही चुनेंगे रंग

शिल्पायन प्रकाशन से मेरा ताजा कविता संग्रह 'लोग ही चुनेंगे रंग' प्रकाशित हुआ है। शनिवार को साढ़े चार बजे दिल्ली पुस्तक मेले में शिल्पायन के स्टाल (हाल १२) में लोकार्पण है। प्रो. मैनेजर पांडे पुस्तक का विमोचन करेंगे। पहली बार मेरे किसी संग्रह का विमोचन हो रहा है। जो भी आस पास हों, ज़रुर आएँ। कविता संग्रह प्रकाशित करना बड़ा मुश्किल काम है। खास तौर पर मेरे जैसे व्यक्ति के लिए, जो साहित्य की मुख्य धारा से पेशेगत रुप से कटा हुआ है। यह संग्रह भी कुबेर दत्त जी के प्रयास से ही सामने आ रहा है। मैं संयोजन तक ढंग से नहीं कर पाता हूँ। भारत भूषण तिवारी ने काफी समय लगाकर कविताओं को क्रम में सजाया और फार्मेट ठीक किया। *************************** पिछले हफ्ते करन थापर के Devil's Advocate प्रोग्राम में बिनायक सेन का साक्षात्कार देखा और दंग रह गया कि उच्च वर्गों का प्रतिनिधि मीडिया कर्मी करन थापर विश्व स्तर पर सम्मानित चिकित्सक और मानव अधिकार कार्यकर्त्ता के साथ कितने फूहड़पन से पेश आता है। न केवल वह बिनायक को बोलने नहीं दे रहा था, जबरन विषय को बदलते हुए माओवादियों पर लाने की कोशिश में वह बि...