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Showing posts from September, 2020

मुंशीगंज की वे

' आलोचना' पत्रिका के अंक 62 में प्रकाशित  मुंशीगंज की वे दूसरी ओर दो सौ कदम आगे से मकानों की खिड़कियों पर शाम के वक्त सज - धज कर खड़ी होती थीं। सादे कपड़ों में लोग आते और फौजी यहाँ से आगे न जाएँ लिखे बोर्ड को पार कर जाते। कभी बाँह पर एम पी की पट्टी और सिर पर तुर्रेदार पगड़ी पहने रॉयल एनफील्ड की मोटरबाइक बगल में लिए मिल्ट्री पुलिस वाले दिखते। फौजियों के निजाम में तत्सम शब्दावली आने में अभी कुछ दशक और गुजरने थे। यहाँ से आगे न जाएँ लिखे बोर्ड वाली सरहद जवानी को जवानी से मिलने से रोक नहीं पाती थी। मुल्क के कोने - कोने से आए मर्द वहाँ मानो किसी मंदिर में जाते थे जैसे जंग छिड़ने पर सनकी कमांडर के हुक्म बजाने टैंक के सामने चले जाते हैं। उनके हाथ छोटे - मोटे तोहफे होते थे , जो वो अपनी बीबियों को देना चाहते थे , पर वहीं अपने वीर्य के साथ छोड़ जाते थे। स्त्रियाँ बाद में नहा लेतीं तो वीर्य बह जाता , पर तोहफे रह जाते। कुछ तोहफे उनके बच्चे ले लेते। मर्द शराब पीते थे और हमेशा हँसते नहीं थे। कभी किसी स्तन पर माथा रखे रोते थे। सियासत नहीं समझते थे , पर जानते थे कि पुरअम्न दिनों में भी जंग छिड़ सकती ह...

तीन कविताएँ

 'हंस' के ताज़ा अंक में आई तीन कविताएँ -  1. आखिरी कविता नहीं जीवन में कुछ आम बातें रही होंगी , कुछ लोग , आम दोस्त , भाई - बहन , परिवार। लोग सालों तक पेड़ की डाल पर पत्तों के काँपने या बारिश की पहली बूँद बदन पर आ टपकने पर , सड़क किनारे शोकेस में टँगी कमीज़ देख कर या खबरों में किसी दुर्घटना के जिक्र पर , अचानक चौंकते होंगे। । लंबी साँस लेकर सोचते होंगे कि उसे भूल बैठे थे। शाम को बेवजह यू - ट्यूब पर कोई गीत सुनते हुए कोई रंग दिख जाना , हवा में उसकी आवाज़ की कंपन का होना। अनकहा मुहावरा याद आ जाना। उसे मार डाला गया। यह सोचते ही थर - थर काँपते होंगे लोग। काँपती होंगी दीवारें , खयाल काँपते होंगे , कोई उठ खड़ा होगा , कोई बैठ गया होगा। कोई सोचता होगा कि यह कैसे संभव है कि वह नहीं है , पर मैं हूँ। किसी ने उसे बेहद प्यार किया होगा। वह सरहद पर मारा गया वह गली में मारा गया वह मैदान में मारा गया वह कहाँ मारा गया। वह किस जंग में मारा गया। दुश्मन की फौजों ने उसे निहत्था धर दबोचा। ग़लती उसकी कि वह नहीं जानता था कि वह जंग में शामिल था। उसके मुहावरे उसके हथियार थे। वह अपनी लड़ाई में सूरज और चाँद को ...