शुभकामनाऍं। किन्तु आप लुप्त क्यों हो रहे हैं भई। आस - पास रहें। अब आपकी आदत सी होती जा रही है इसलिए अनुपस्थिति खलती है।
किवता; कविता नहीं, लाल्टू भाई! बहुत खूब ! देवनागरी मे ँ मैं ँ कैंसे िलखँ ू? शुभ नववर्ष ! िचत्र िकसकी हैं?
लाल्टु जी,नये साल मे एक भी पोष्ट नही ! ऐसा जुल्म तो ना करें हम पर !आशीष
नव वर्ष आपको भी मुबारक। बहुत प्यारे बच्चे का चित्र है! हिन्दी में लिखते रहें।
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शुभकामनाऍं। किन्तु आप लुप्त क्यों हो रहे हैं भई। आस - पास रहें। अब आपकी आदत सी होती जा रही है इसलिए अनुपस्थिति खलती है।
किवता; कविता नहीं, लाल्टू भाई! बहुत खूब ! देवनागरी मे ँ मैं ँ कैंसे िलखँ ू? शुभ नववर्ष ! िचत्र िकसकी हैं?
लाल्टु जी,
नये साल मे एक भी पोष्ट नही ! ऐसा जुल्म तो ना करें हम पर !
आशीष
नव वर्ष आपको भी मुबारक। बहुत प्यारे बच्चे का चित्र है! हिन्दी में लिखते रहें।
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