अभी तक किसी को मारा नहीं है.
एम एस यू बडोदरा में बवाल मचा है. क्यों? भई बी जे पी का राज है. नरेंद्र मिल्सोविच मोदी की दुनिया है.
हमला कलाकारों पर है. अभी तक किसी को मारा नहीं है.
कला संकाय के डीन सस्पेंड हो गए हैं. क्यों? उसने एक छात्र की प्रदर्शनी रुकवाने का विरोध किया. इसलिए.
हमला कलाकारों पर है. अभी तक किसी को मारा नहीं है.
कला संकाय के डीन सस्पेंड हो गए हैं. क्यों? उसने एक छात्र की प्रदर्शनी रुकवाने का विरोध किया. इसलिए.
Labels: सांप्रदायिकता
7 Comments:
लालटू जी, हां हमें शुक्रगुजार होना चाहिए।
नासिरूद्दीन
www.dhaiakhar.blogspot.com
अभी पंजाब में किस मिल्सोविच का राज है?
भैये स्टालिन के बाप के राज में प्रेस जला दी गई...क्या करूणानिधि बीजेपी का आदमी है?
देखिये जी, कलाकार माने क्या यह होता है कि वह हरिश्चद्र होते हैं या आम आदमी से ज्यादा अधिकार उनके होते हैं? आप सारी अपने मन माफिक हुकूमतों को गिना सकते हैं जहां सुख चैन है - किसी के साथ कोई अन्याय नहीं होता.
लाल्टू जी ये "अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता" वाले ऐसे ही जूते खाने लायक हैं, इनके लिये अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता मतलब हिन्दुओं के देवताओं की नग्न तस्वीरें बनाना, वन्देमातरम, सरस्वती वन्दना का विरोध करना आदि है, इन्हें तो अभी अभी ही मारना शुरु किया है, ऐसे लोग अभी और-और पिटेंगे..
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