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बेहतर इंसान बनने के लिए संघर्षरत; बराबरी के आधार पर समाज निर्माण में हर किसी के साथ। समकालीन साहित्य और विज्ञान में थोड़ा बहुत हस्तक्षेप

Friday, May 16, 2008

विनायक सेन जेल में क्यों है?

विनायक सेन जेल में क्यों है?
- इसलिए कि दो हजार आठ में भी हिंदुस्तान एक पिछड़ा हुआ मुल्क है, जहाँ ढीठ सामंती हाकिमों और अफसरशाही का राज है।
सोचने पर कमाल की बात लगती है कि मामला इतनी दूर तक पहुँच गया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव आना लाजिमी हो गया।
- इसलिए भी कि जनपक्षधर लोगों में भी एकता नहीं है और काफी हद तक हम सब लोग सामंती सोच से ही ग्रस्त हैं।

जयपुर के धमाकों से हर कोई जैसे खुमारी से जागा है और हमें याद आया है कि क्रिकेट के हंगामे से अलग हिंदुस्तान की सच्चाई कुछ और भी है।
मीडिया में बार बार सवाल उठाया जा रहा है कि जयपुर क्यों? कैसा बेकार सवाल है जैसे कि और कुछ पूछने को नहीं है तो यही पूछ लें।
जैसे कि जयपुर न होकर कोई और शहर होता तो ठीक था।
सोचता हूँ कि आज के युवाओं और बच्चों में भविष्य के लिए क्या उम्मीदें होंगी? आश्चर्य होता है कि सब कुछ अपने नियमं से चलता ही रहता है। एक जमाना वह भी था जब कोई टी वी नहीं था। पता चलता कि शहर में कहीं दंगा हो गया है। लोग अपने मुहल्लों में टिके रहते। चर्चाएँ, बहसें होतीं और लगता जैसे धरती परिधि पर कहीं रुक गई है। अब हम बार बार मृत और घायलों को देखते हैं और मशीन के पुर्जों जैसे वापस क्रिकेट देखने लग जाते हैं।

2 Comments:

Blogger अनिल रघुराज said...

लाल्टू जी, दिक्कत यही है कि लोग चौंककर जयपुर के धमाकों पर जाग जाते हैं, लेकिन नहीं सोचते कि पुलिस और व्यवस्था का यह अंधापन बिनायक सेन जैसे जननायकों पर कैसा कहर बरपाता है। मैंने धमाकों के फौरन बाद इसे जोड़ने की कोशिश की थी।

4:26 PM, May 16, 2008  
Anonymous Anonymous said...

मुझे वाकई पता नहीं कोई ये तो बताये कि विनायक सेन जेल में क्यों हैं? किस अपराध में, कौन सी धारा में?
क्या मामला कोर्ट में गया? हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट ने कुछ नहीं किया क्या?

दरअसल इन मानवाधिकार वालों ने नक्सलियों और दहशतगर्दों के फेवर में बोल बोल कर भरोसा ही खो दिया है। उनकी बात तो बकबास लगती है। ये तो अफजल तक को निर्दोष करार देते हैं।
आप ही बताईये कि ये विनायक सेन जेल में क्यों हैं?

9:13 PM, May 16, 2008  

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