परीक्षार्थी और सूचना का अधिकार अधिनियम
परीक्षार्थी को मूल्यांकन के बारे में जानने का होना चाहिए या नहीं? इस बारे में ज़रुरी खबर।
बेहतर इंसान बनने के लिए संघर्षरत; बराबरी के आधार पर समाज निर्माण में हर किसी के साथ। समकालीन साहित्य और विज्ञान में थोड़ा बहुत हस्तक्षेप
3 Comments:
काहे नहीं होना चाहिए। परीक्षार्थी के मुल्यांकन की जाँच करवाने पर जितना खर्चा होता है यदि वह, वह खर्चा देने के लिए तैयार है तो परीक्षा लेने वालों के पेट में किस बात का दर्द है। या तो उनके पास कुछ छुपाने को है। उलटा इससे तो जाँचने वाले भी ठीक से काम करेंगे।
- पंकज
मैं सोच ही रहा था कि अंबालेवाले किधर गए। सचमुच चिट्ठे में लिखने वाला था। बड़े दिनों बाद मिले बॉस। सब राजी खुशी?
लगता है जमला जट्ट खींच लाया।
मिर्ची से अपन भी सहमत हैं। अरुणा राय जी को लिखा जाए।
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