मुझे
जो मिला वह लोगों ने दिया
मैंने
जो किया वह लोगों ने किया
मैं
महज खिलाड़ी हूँ
ज़मीं
आस्मां के बीच पैर पसारता
और
और धरती पर पंजे गाड़ता
सोचा
नहीं कि मुझमें लोभ है
चाहतें
मुझमें कहीं बैठी हैं जाना
नहीं
मैं
नहीं शैतान का पहला झंडाबरदार
मेरे
पीछे दौड़ते आते प्यादे सूबेदार
जिनके
ज़हन की नसों में ताज़ा हवा
के गंध-सने
सपने नहीं हैं
कोई
पहली बार नहीं जागे हैं
जुगुप्सा
के पोखरों में डूबे लबालब
सुबह
की धूप को बेरंग चादरों में
क़ैद करते
ये
लोग इंतज़ार में थे कि मैं आऊँ
और
इमारत दर इमारत मलबे में बदलती
बह
चले तूफानी हवा
तुम
चीखो प्यार प्यार
मन
मार करो मुझसे गुहार
एक-एक
फूल बचाने रोओ बार-बार
कोई
नहीं सुनेगा -
यह
मेरा मौसम है
दरवाजे
खोलो और स्वागत करो
उनका
जो तुम्हारे लिए खंजर लिए खड़े
हैं।
What
I have is what people gave me
What
I did is what people did
I
am merely a player
Stretching
my feet between the earth and the sky
Digging
my claws deep into the earth
I
never thought that I have greed
I
never knew that desires dwell within me
I
am not the first flagbearer of Satan
The
officers and the footsoldiers following me
With
no dreams of fresh air in the veins of their brains
Have
not risen for the first time
Thoroughly
sunk in morbid waters
Catching
the morning sun in the confines of colourless sheets
They
were waiting for my coming
And
for the storm
To
leave every building in ruins
Go
ahead and cry for love
Plead
with me against your wishes
Mourn
that you see every flower getting crushed
No
one will care – it is my time
Open
your doors and welcome
Those
who with daggers drawn wait for you.
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