चिड़ियाघर
किसका
घर और किसका क़ैदखाना
सोचता
खड़ा है
भीड़
में क़ैद शख्स
ज़हन
का कमाल है
या
हैवानियत
इस
तरह के सवाल अपने अंदर
बसा
देते हैं चिड़ियाघर
गिरियाता
है जिस्म के तिलिस्म में
मरियल
अफ्रीकी बब्बर शेर
नसों
में दौड़ती है
साइबेरिया
के सारस की चीख
देर
रात जगा हुआ
ढूँढता
है घासफूस या कि गोश्त
यही
सच है
कायनात
के इस कोने में
पिंजड़ों
में चकराते हैं हम
सूरज
तारे हमें देखने आते हैं
अपने
पुच्छल बच्चों के साथ
कौन
देखता है
कौन
दिखता है।
(पहल - 2019)
The Zoo
Who is the resident and who the prisoner
With such thoughts
We stand arrested by a crowd
Is it the brain
Or some animal within that triggers
Such queries in mind
The decrepit African lion whines
In the magic of the body
And in veins flows
A cry of the Siberian crane
It did not sleep well at night
Searching for vegetation or may be remains of a life
This is the Truth
At this end of the universe
We move around cages
The sun the stars come to see us
With their babies with tails
Who is the viewer
And who the viewed.
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