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Location: हैदराबाद, तेलंगाना, India

बेहतर इंसान बनने के लिए संघर्षरत; बराबरी के आधार पर समाज निर्माण में हर किसी के साथ। समकालीन साहित्य और विज्ञान में थोड़ा बहुत हस्तक्षेप

Thursday, July 24, 2014

एक इंसान रो रहा है


स्केच (?)

एक इंसान रो रहा है
औरत
लेटर बॉक्स पर
दोनों हाथों पर सिर टिकाए
बिलख रही
टेढ़ी काया की निचली ओर
दिखता स्तनों का उभार
औरत
औरत
दिखता स्तनों का उभार
टेढ़ी काया की निचली ओर
बिलख रही
दोनों हाथों पर सिर टिकाए
लेटर बॉक्स पर
औरत
एक इंसान रो रहा है

(1992; पश्यंती - 1995; 'डायरी में तेईस अक्तूबर' में संकलित)

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