आइए हाथ उठाएँ हम भी
Sunday, January 13, 2013
आज की लड़ाई - एक पुराना चिट्ठा
क्या लिखें। शिकारी मानव ने भी वह सब सोच लिया होगा जो हम निरंतर सोच रहे हैं। यह तो हताशा की बात रही। बहरहाल,
पुराना एक चिट्ठा
पढ़िए। ज़रूरी है।
http://laltu.blogspot.in/2006/02/blog-post_10.html
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