tag:blogger.com,1999:blog-18449440.post114034350870638509..comments2024-02-21T21:44:01.379+05:30Comments on आइए हाथ उठाएँ हम भी: यातनालाल्टूhttp://www.blogger.com/profile/04044830641998471974noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-18449440.post-1140617867145991362006-02-22T19:47:00.000+05:302006-02-22T19:47:00.000+05:30"शायद ऐसे ही समय मेंईश्वर जन्म लेता है।"हे ईश्वर।..."शायद ऐसे ही समय में<BR/>ईश्वर जन्म लेता है।"<BR/><BR/>हे ईश्वर।। ईश्वर के जन्म लेने का महूर्त फिर आ गया क्या ? इधर आसाराम, सुधॉंशु महाराज, रामदेव ... और न जाने क्या क्या की बढ़ती दुकानदारी से आशंका तो मुझे भी हो रही थी। खैर चलिए उससे भी निपटेंगें कहीं संन तो नहीं रहं होंगे ये साहब ? वैसे शालिनी (http://1jharokha.blogspot.com/2006/02/blog-post_08.html) को तो यही लगता है।मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18449440.post-1140417622003864592006-02-20T12:10:00.000+05:302006-02-20T12:10:00.000+05:30"हमारे साथ रोता है ईश्वरखुद को मुआफ करता हुआ।""मेर..."हमारे साथ रोता है ईश्वर<BR/>खुद को मुआफ करता हुआ।"<BR/><BR/>"मेरे भारत महान में यह प्रोफेसरों के साथ होता है। और आम आदमी, मतलब वही रामू, श्यामू, रिफ रैफ............वे इंसान थोड़े ही हैं! "<BR/><BR/>सही लिखा !Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.com